राजधानी के प्रतिष्ठित टीआईटी कॉलेज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक संगठित गिरोह हिंदू छात्राओं को प्रेमजाल में फंसाकर शारीरिक शोषण, ब्लैकमेलिंग और यौन हिंसा में लिप्त पाया गया। इस गिरोह का मास्टरमाइंड फरहान खान था, जो अपने साथियों के साथ बीते तीन वर्षों से यह शर्मनाक खेल खेल रहा था।
पुलिस ने इस मामले में अब तक चार आरोपियों – फरहान, साहिल, मोहम्मद साद और अली – को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य आरोपी अबरार और नबील फरार हैं। पुलिस ने इस केस की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है।
मुख्य खुलासे:
- फरहान कॉलेज की छात्राओं को प्रेम में फंसाकर उनके साथ दुष्कर्म करता और गुप्त रूप से वीडियो बनाता था।
- इन वीडियो का उपयोग कर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था, और उनकी बहनों या सहेलियों को भी जाल में फंसाने का दबाव डाला जाता था।
- पुलिस को बरामद वीडियो में धार्मिक नारों के साथ की गई क्रूरता साफ नजर आती है।
- गिरोह के सदस्य पीड़िताओं को नशा देकर पार्टी के बहाने यौन शोषण करते थे।
- गिरोह एक स्थानीय रेस्टोरेंट में नियमित बैठक करता था, जिसे अब बंद करा दिया गया है। रेस्टोरेंट मालिक पर फंडिंग का संदेह है।
जांच में पुलिस को मिले चौंकाने वाले सबूत:
- आरोपी अली के मोबाइल से एक पीड़िता की नाबालिग बहन के अश्लील फोटो मिले हैं।
- वीडियो में स्पष्ट रूप से पीड़िताओं की सहमति के बिना रिकॉर्डिंग की पुष्टि हुई है।
- फरहान का नेटवर्क इंदौर और अन्य शहरों तक फैला हुआ है।
- पुलिस ने अब तक पांच एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें बलात्कार, अपहरण, पॉक्सो और धर्मांतरण निषेध अधिनियम की धाराएं शामिल हैं।
भविष्य की चुनौती:
इस मामले की भयावहता ने 1992 के अजमेर रेप कांड की यादें ताजा कर दी हैं। भोपाल पुलिस पर अब दबाव है कि सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर पीड़िताओं को न्याय दिलाया जाए। SIT अन्य संभावित पीड़िताओं और आरोपियों की तलाश में गहन जांच कर रही है।
