भोपाल में ‘पुष्पा’ फिल्म से प्रेरित होकर गांजा तस्करी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। तस्करों ने अपनी बाइकों को मॉडिफाई कर घरेलू सामान रखने वाले ड्रमों में गांजा छिपाकर सप्लाई करने की योजना बनाई। लेकिन भोपाल पुलिस ने तस्करों की इस योजना को नाकाम कर दिया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
कैसे पकड़ा गया गिरोह?
– क्राइम ब्रांच ने मुखबिर की सूचना पर *शाहपुरा इलाके में दबिश* दी।
– पुलिस ने एक टीन शेड के नीचे खड़े तीन तस्करों को पकड़ा।
– उनके पास मौजूद ड्रमों की तलाशी के दौरान *27 किलो गांजा बरामद* किया गया।
तस्करों की पहचान और योजना
– पकड़े गए आरोपियों में *तारा सिंह भाटिया, **दीपक टाकिया*, और एक नाबालिग शामिल हैं।
– तस्कर ओडिशा से ट्रेन द्वारा गांजा लाते थे और मॉडिफाइड बाइकों के जरिए सप्लाई करते थे।
– दिखावे के लिए तस्करों ने गृहस्थी का सामान ले जाने का बहाना बनाया था।
पुलिस का बयान
एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि तस्करों ने अपनी बाइकों को इस तरह मॉडिफाई कराया कि ड्रम आसानी से ले जाया जा सके। लेकिन उनकी यह चालाकी पुलिस से ज्यादा समय तक छिप नहीं पाई।
क्या था प्रेरणा स्रोत?
तस्कर ब्लॉकबस्टर फिल्म *’पुष्पा’* से प्रेरित थे, जिसमें दूध के टैंकर में तस्करी का तरीका दिखाया गया है। उन्होंने इसी आइडिया को गांजा सप्लाई के लिए अपनाया।
न्यायिक प्रक्रिया और जांच जारी
पुलिस ने तस्करों से पूछताछ शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि ये गांजा किसे सप्लाई किया जाना था और इसमें और कौन शामिल हो सकता है।भोपाल पुलिस के इस सफल ऑपरेशन ने न सिर्फ तस्करों की बड़ी योजना को नाकाम किया बल्कि शहर में अवैध तस्करी को लेकर सुरक्षा के नए मानक भी स्थापित किए।