धार जिले में स्थित ऐतिहासिक भोजशाला को हिंदुओं के अधिकार में देने की मांग को लेकर अब लगातार सत्याग्रह आयोजित किया जाएगा। यह निर्णय महाराजा भोज स्मृति वसंत उत्सव समिति की बैठक में लिया गया है। अगले एक साल तक भोजशाला से अधिक से अधिक हिंदू समाज को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा और हर मंगलवार को सत्याग्रह आयोजित किया जाएगा।
यह सत्याग्रह भोजशाला की मुक्ति और उसके गौरव की पुनः स्थापना के उद्देश्य से किया जा रहा है, जिसमें हनुमान चालीसा का पाठ और मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। समिति ने बताया कि एक साल तक, धार जिले के विभिन्न गांवों और शहरों से लोगों को भोजशाला लाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। इसके साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर इस आंदोलन को प्रचारित करने की भी योजना बनाई गई है।
महाराजा भोज स्मृति वसंत उत्सव समिति ने यह भी जानकारी दी कि 19 जनवरी से विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर इस मुद्दे को ट्रेंड करने की कोशिश की जाएगी। इसके अतिरिक्त, 3 फरवरी को वसंत पंचमी के अवसर पर इस आंदोलन के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।
हिंदू फ्रंट फार जस्टिस ने भोजशाला पर हिंदू समाज का अधिकार देने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर एएसआई ने एक वैज्ञानिक और पुरातात्विक सर्वेक्षण किया था। इस सर्वेक्षण में मंदिर के अवशेषों के प्रमाण मिले थे, जो यह दर्शाते हैं कि मस्जिद के निर्माण में इन अवशेषों का उपयोग किया गया था।