भारत में होगा अगला AI शिखर सम्मेलन: प्रधानमंत्री मोदी ने मेजबानी पर जताई खुशी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में आयोजित AI एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की और घोषणा की कि अगला AI शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने इस ऐतिहासिक अवसर को वैश्विक साझेदारी और समावेशी AI विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।

AI के भविष्य पर जोर

पीएम मोदी ने कहा कि शिखर सम्मेलन में विभिन्न हितधारकों के दृष्टिकोण और उद्देश्यों में एकता दिखाई दी, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि AI के विकास को सुरक्षित, समावेशी और नवाचार-संचालित बनाना आवश्यक है। भारत AI फाउंडेशन और AI परिषद की स्थापना के फैसले का समर्थन करता है, जिससे भविष्य में AI का अधिक उत्तरदायी और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।

साइबर सुरक्षा और डीपफेक पर सख्त रुख

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने कहा कि साइबर सुरक्षा और डीपफेक जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि भारतीय कानूनों में पहले से ही प्रावधान मौजूद हैं, लेकिन AI से जुड़े खतरों का तेजी से समाधान निकालने के लिए नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है।

वैश्विक सहयोग और समावेशिता

भारत ने G20 में भी AI के समावेश को प्राथमिकता दी थी और अब इस शिखर सम्मेलन में ग्लोबल साउथ के प्रतिनिधित्व को भी सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि AI का उपयोग सिर्फ विकसित देशों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि सभी देशों को इसका लाभ मिलना चाहिए।

भारत-फ्रांस संबंधों को नई मजबूती

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि इस शिखर सम्मेलन से भारत-फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी को एक नई दिशा मिली है। पीएम मोदी ने एस्टोनिया के राष्ट्रपति अलार कारिस के साथ भी बातचीत की, जिसमें डिजिटल और IT क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति बनी।

आने वाले AI शिखर सम्मेलन से उम्मीदें

भारत में होने वाले अगले AI शिखर सम्मेलन में वैश्विक AI नीति, सुरक्षा, नैतिकता और समावेशिता पर चर्चा होगी। इसके माध्यम से भारत AI के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व को और मजबूत करेगा और एक जिम्मेदार AI इकोसिस्टम तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।प्रधानमंत्री मोदी की यह घोषणा भारत को AI के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है। इससे न केवल तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की नेतृत्वकारी भूमिका भी मजबूत होगी।

Pooja upadhyay
Author: Pooja upadhyay

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