कोरोना वायरस एक बार फिर भारत में दस्तक दे चुका है। साल 2020 की यादें ताजा करने वाला यह वायरस अब नए वैरिएंट के साथ लौट आया है और देश के अलग-अलग हिस्सों में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब तक कुल 1200 से अधिक नए मरीज सामने आ चुके हैं और 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे हालात गंभीर होते जा रहे हैं।
सबसे ज्यादा मामले केरल में दर्ज किए गए हैं, जिसे इस बार फिर हॉटस्पॉट माना जा रहा है। यहां 400 से अधिक नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसके अलावा दिल्ली, यूपी, बिहार, हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी लगातार नए मामलों की पुष्टि हो रही है।स्थिति को गंभीर मानते हुए अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का निर्देश जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, जरूरी दवाइयों और उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने को कहा है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल इलाज मुहैया कराया जा सके।
काशी के BHU में भी कोरोना के नए वैरिएंट ने दस्तक दे दी है, जहां माइक्रोबायोलॉजी विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर समेत 5 लोग संक्रमित पाए गए हैं। दो मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि अन्य का इलाज जारी है।स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों ने सतर्कता बरतने की अपील की है। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा है कि जनता को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है। पटना में भी 10 मरीज सामने आए हैं, जिनमें संक्रमण के लक्षण बेहद हल्के हैं और सभी होम आइसोलेशन में हैं।
देश में कोविड-19 के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि के बीच टेस्टिंग और निगरानी बढ़ा दी गई है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की नहीं, बल्कि समझदारी और एहतियात से काम लेने की जरूरत है।कोरोना की वापसी भले ही हल्के रूप में हो, लेकिन इसे हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है। प्रशासन सतर्क है, लेकिन जनसहयोग और जागरूकता सबसे जरूरी हथियार हैं।
