भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में मिली हार के बाद बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर आधारित सैलरी प्रणाली लागू करने पर विचार किया है। 11 जनवरी 2025 को मुंबई में आयोजित समीक्षा बैठक में यह सुझाव सामने आया कि अब खिलाड़ियों को उनकी प्रदर्शन के अनुसार सैलरी दी जाए, जिससे वे अधिक जवाबदेह बनें।
क्या प्रदर्शन पर आधारित सैलरी का फैसला होगा?
बीसीसीआई के अधिकारियों ने बैठक में इस बात पर चर्चा की कि यदि किसी खिलाड़ी का प्रदर्शन उम्मीद के अनुसार नहीं होता है, तो उसकी सैलरी में कटौती की जा सकती है। यह कदम खिलाड़ियों को अधिक जिम्मेदार बनाने के लिए उठाया जा सकता है, जिससे वे अपनी क्षमता का अधिकतम उपयोग करें।
टीम इंडिया में टेस्ट क्रिकेट का महत्व
बैठक के दौरान यह भी चर्चा हुई कि कुछ खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को उतना महत्व नहीं दे रहे हैं और उनका प्रदर्शन निराशाजनक है। बीसीसीआई ने यह संकेत भी दिया कि खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट की अहमियत को समझने की आवश्यकता है।बीसीसीआई की ओर से यह प्रयास किया जाएगा कि खिलाड़ियों को केवल उनके प्रदर्शन के आधार पर ही नहीं, बल्कि उनके योगदान को भी ध्यान में रखते हुए उचित सैलरी दी जाए।