मध्य प्रदेश के जबलपुर की नई मटर मंडी किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। पिछले दो दिनों की बारिश से मंडी में कीचड़ और दलदल फैल गया, जिससे सैकड़ों वाहन फंस गए। इससे किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। माल ढोने वाले कई वाहनों की क्लच प्लेट और इंजन खराब हो गए। गाड़ियों में भरी मटर भी खराब हो गई, जिससे किसानों को दोहरा नुकसान हुआ।एक माह पहले जबलपुर के औरैया बाईपास पर नई मटर मंडी स्थापित की गई थी। जिला प्रशासन ने यहां से मटर खरीदी का निर्देश दिया था। शनिवार और रविवार को भारी बारिश के कारण मंडी में अव्यवस्था फैल गई। करीब 50 से अधिक गाड़ियां दलदल में फंस गईं। मंडी प्रशासन द्वारा मिट्टी और डस्ट डालकर स्थिति सुधारने की कोशिश की गई, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था।
किसानों की मांग
किसानों और व्यापारियों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि पुराने कृषि उपज मंडी से मटर खरीदी फिर से शुरू की जाए। उनका कहना है कि मंडी में कीचड़ के कारण भारी नुकसान हुआ है।
प्रशासन का आश्वासन
मंडी सचिव मनोज चौकीकर ने कहा कि बारिश के चलते दिक्कतें हुईं, लेकिन अब मंडी को सुधारने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। मिट्टी और मुरम डालकर रोलर चलवाया जा रहा है, और एक-दो दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
यह समस्या किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है, जो पहले ही आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही प्रभावी समाधान प्रदान करेगा।