मध्यप्रदेश – श्रद्धा और सेवा के प्रतीक बागेश्वर धाम में आज एक ऐतिहासिक पल साक्षी बना, जब 251 कन्याओं का भव्य सामूहिक विवाह समारोह संपन्न हुआ। इस छठवें कन्या विवाह महोत्सव में गरीब और जरूरतमंद परिवारों की बेटियों का विवाह कराया गया। इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।इस महोत्सव का आयोजन बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में हुआ। विशेष बात यह रही कि पं. शास्त्री ने नवविवाहित जोड़ों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से गृहस्थी का संपूर्ण सामान और हर परिवार को एक-एक आटा चक्की भेंट की। इससे नवविवाहित जोड़े अपने घर का खर्च स्वयं चला सकेंगे।
251 कन्याओं का भव्य विवाह: आदिवासी बेटियों के सपनों को मिला आसरा
इस सामूहिक विवाह समारोह में 251 कन्याएं जीवन के नए सफर पर चलीं, जिनमें से 108 बेटियां आदिवासी समाज से थीं। ये सभी अत्यंत गरीब और आर्थिक रूप से असमर्थ परिवारों से थीं। बागेश्वर धाम में विवाह समारोह केवल एक अनुष्ठान नहीं, बल्कि बेटियों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने का कार्य है।
भव्य मंच, जगमगाता धाम और विशाल जनसमूह
विवाह समारोह के लिए तीन स्तर का 4800 वर्गफीट क्षेत्रफल वाला विशाल मंच तैयार किया गया।मंच पर अतिथियों और संतों के बैठने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी।50,000 वर्गफीट क्षेत्रफल में स्थायी डोम और दो 30,000 वर्गफीट के अस्थायी जर्मन डोम का निर्माण हुआ, जिसे 1000 से अधिक कारीगरों ने तैयार किया।धाम परिसर दूधिया रोशनी से जगमगा उठा, जहां तिरंगा थीम वाली लाइटें राष्ट्रप्रेम का संदेश देती रहीं।
भोजन और जल व्यवस्था में विशेष ध्यान
लाखों श्रद्धालुओं के लिए विशेष भोज का आयोजन किया गया, जिसमें पूड़ी, तीन प्रकार की सब्जियां, देसी घी से बनी पांच मिठाइयाँ परोसी गईं।जल आपूर्ति के लिए 5 किमी लंबी पाइपलाइन बिछाई गई और 80 टंकियां (2000 लीटर क्षमता वाली) रखी गईं।
देशभर के संतों और नेताओं की उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में देशभर से आए कई प्रमुख संतों ने शिरकत की:
✅ जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य महाराज
✅ अंतरराष्ट्रीय कथावाचक चिन्मयानंद बापू जी
✅ राज राजेश्वरानंद महाराज (लंदन)
✅ डॉ. हनुमान ददरूआ सरकार
✅ राजूदास महाराज (हनुमानगढ़ी, अयोध्या)
राजनीतिक जगत से भी कई दिग्गज पहुंचे:
✅ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
✅ उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित कई अन्य नेता
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “कन्यादान सबसे बड़ा दान है। महाराज श्री द्वारा 251 बेटियों के विवाह में शामिल होना हम सभी के लिए गर्व की बात है।”
राष्ट्रपति मुर्मू का विशेष संबोधन और आशीर्वाद
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा, “यह आयोजन केवल विवाह नहीं, बल्कि सामाजिक उत्थान का प्रेरक उदाहरण है। बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने का पं. धीरेंद्र शास्त्री का संकल्प प्रशंसनीय है।”
आयोजन की झलकियां और संदेश
✅ 251 कन्याओं के चेहरों पर मुस्कान और आंखों में नए सपनों की चमक दिखी।
✅ हर जोड़े को गृहस्थ जीवन की शुरुआत के लिए विशेष तोहफे दिए गए।
✅ सामूहिक विवाह न केवल सामाजिक एकता का प्रतीक बना, बल्कि बेटियों को सम्मान दिलाने का संदेश भी दे गया।
“बेटी सिर्फ परिवार की नहीं, पूरे समाज की जिम्मेदारी है। बागेश्वर धाम में हुआ यह आयोजन हमें याद दिलाता है कि जब समाज एकजुट होता है, तो बदलाव निश्चित होता है।”
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