फर्जी डिजिटल अरेस्ट ने ली इंदौर के युवक की जान, मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर की आत्महत्या

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इंदौर के वीणा नगर क्षेत्र में रहने वाले 27 वर्षीय युवक अनुराग ने कथित “डिजिटल अरेस्ट” के शिकार होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अनुराग एक रिटायर्ड बैंककर्मी का बेटा था और नौकरी की तलाश में था। करीब 20 दिन पहले उसने एक फर्जी जॉब पोर्टल से संपर्क किया, जिसने खुद को प्रतिष्ठित कंपनी बताकर उससे व्यक्तिगत जानकारी जुटाई और मानसिक रूप से इतना प्रभावित किया कि वह अपनी वास्तविकता से कट गया।

ठगों ने अनुराग को भरोसा दिलाया कि उसकी प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचानी जा रही है और उसे पीएम म्यूचुअल तथा डोनाल्ड ट्रंप की टीम में शामिल किया गया है। इन लोगों ने उसे नकली दस्तावेज दिखाए और दिमागी रूप से ऐसा माहौल बना दिया कि अनुराग इस धोखे को सच मानने लगा। जब उन्होंने अनुराग के बैंक खाते से पैसे निकलवाने की कोशिश की, तो खाता खाली मिला। इसके बाद वे धमकियों पर उतर आए — उसे और उसके परिवार को जान से मारने, जासूसी के आरोप लगाने और यहां तक कि पहलगाम आतंकी हमले का साजिशकर्ता साबित करने तक की धमकी दी गई।

इन धमकियों से अनुराग इतना डर गया कि उसने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया और हमेशा चिंता में रहने लगा। कल रात वह टीवी पर भारत-पाकिस्तान से जुड़ी खबरें देख रहा था, जिससे उसकी चिंता और बढ़ गई। रात करीब 10 बजे उसने आत्महत्या कर ली। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन अनुराग ने एक वीडियो रिकॉर्ड कर अपने कुछ करीबी रिश्तेदारों को भेजा था, जो अब जांच का हिस्सा है।

पुलिस का कहना है कि अनुराग को पूरी तरह मानसिक रूप से भ्रमित कर ठगों ने उसकी पहचान, बैंक डिटेल्स और पारिवारिक जानकारी हासिल की थी। सोशल मीडिया के ज़रिए फर्जी दस्तावेज और नियुक्ति पत्र भेजे गए थे, जिससे युवक को पूरा विश्वास हो गया कि उसका भविष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तय हो चुका है।

क्या करना चाहिए था अनुराग और उसके परिवार को? पुलिस ने बार-बार डिजिटल अरेस्ट जैसे साइबर अपराधों को लेकर चेतावनी दी है। मोबाइल कॉलर ट्यून से लेकर जागरूकता कैंप तक चलाए जा रहे हैं। ऐसे मामलों में तुरंत पुलिस, साइबर सेल या क्राइम ब्रांच से संपर्क करना चाहिए। इससे पहले भी इंदौर में कई लोग इस तरह की धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं, लेकिन समय पर शिकायत कर उन्हें राहत मिली।

पुलिस का अपील इंदौर पुलिस लगातार साइबर फ्रॉड के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रही है और आम जनता से अपील करती है कि ऐसे किसी भी फर्जी कॉल, जॉब ऑफर या धमकी भरे संदेश से डरने की बजाय सतर्कता बरतें और तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।

 

Soniya upadhyay
Author: Soniya upadhyay

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