प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के समापन अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 व्यक्तियों को “प्रवासी भारतीय सम्मान” से सम्मानित करेंगी। यह पुरस्कार विदेश में बसे भारतीयों द्वारा शिक्षा, चिकित्सा, व्यवसाय और अन्य क्षेत्रों में दिए गए उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है।
प्रवासी भारतीय सम्मान का महत्व
यह पुरस्कार भारत सरकार की ओर से प्रवासी भारतीय समुदाय के सर्वोच्च योगदानकर्ताओं को दिया जाता है, जो विश्वभर में भारत का गौरव बढ़ाते हैं। वर्ष 2025 के लिए चयनित 27 हस्तियां 23 विभिन्न देशों से हैं। इन सभी का शिक्षा, चिकित्सा, व्यवसाय, सांस्कृतिक संवर्द्धन और समाजसेवा जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान रहा है।
सम्मान की प्रक्रिया और घोषणा
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को 2025 के लिए इन पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन, जो हर साल 9 जनवरी को आयोजित होता है, इस बार विशेष रूप से इन विभूतियों का सम्मान करने का मंच बनेगा।
पुरस्कार के उद्देश्य
यह सम्मान भारतीय प्रवासियों के योगदान को न केवल मान्यता देता है, बल्कि उन्हें देश और उनके समुदाय से जोड़ने की प्रेरणा भी प्रदान करता है। यह पुरस्कार भारतीयों के विश्वस्तरीय कृतित्व और उनके प्रयासों को प्रोत्साहित करता है, जो भारत और उनके बसे देशों के बीच सेतु का कार्य करते हैं।
“प्रवासी भारतीय सम्मान” केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि विदेशों में बसे भारतीयों के अद्वितीय योगदान को सलाम करने का प्रतीक है। यह भारतीय संस्कृति और वैश्विक विकास में उनके योगदान का सम्मान है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा इन विभूतियों को सम्मानित करना न केवल उनके कार्यों की सराहना है, बल्कि देश की ओर से उन्हें अपनी जड़ों से जुड़ने का संदेश भी है।