प्रयागराज महाकुंभ: हरित कुंभ के लिए संघ का ‘एक थाली-एक थैला’ अभियान

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले प्रयागराज महाकुंभ को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए ‘एक थाली-एक थैला’ अभियान शुरू किया है। अनुमान है कि इस 45-दिन के आयोजन में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालु भाग लेंगे, जिससे प्लास्टिक कचरे का बढ़ना तय है। इस समस्या के समाधान के लिए संघ की यह पहल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्य बातें
1. अभियान का उद्देश्य:
– महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त बनाना।
– पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना।
– प्लास्टिक कचरे की समस्या को कम करना।

2. कैसे काम करेगा अभियान
– श्रद्धालुओं को प्लास्टिक बर्तनों का उपयोग करने से रोकने के लिए, उन्हें अपने साथ स्टील की थाली और थैला लाने या संघ द्वारा प्रदान की गई सामग्री का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
– मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से लाखों थालियां और थैले एकत्र कर प्रयागराज भेजे जाएंगे।
– वितरित की जाने वाली सामग्री पर संघ का नाम अंकित नहीं होगा।

3. प्लास्टिक मुक्त समाज का लक्ष्य
– संघ पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत पहले से ही प्लास्टिक मुक्त समाज बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।
– महाकुंभ में प्लास्टिक का न्यूनतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए पारंपरिक बर्तन और थैले का उपयोग प्रोत्साहित किया जा रहा है।

पंच परिवर्तन अभियान के तहत पहल
संघ ने अपने शताब्दी वर्ष में पंच परिवर्तन अभियान की शुरुआत की है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और स्वदेशी संस्कृति के प्रसार को प्रमुख स्थान दिया गया है। इस पहल के तहत प्रयागराज महाकुंभ को स्वच्छ और हरित बनाने का संकल्प लिया गया है।

सामाजिक सहभागिता
इस अभियान में संघ के साथ-साथ उसके अनुषांगिक संगठनों, विश्व हिंदू परिषद, और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। जनवरी 2025 तक प्रयागराज में लाखों थालियां और थैले पहुंचाए जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को डिस्पोजेबल बर्तनों का उपयोग न करना पड़े।

निष्कर्ष
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का ‘एक थाली-एक थैला’ अभियान केवल पर्यावरण को बचाने की पहल नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं को पुनर्जीवित करने की ओर भी एक कदम है। प्रयागराज महाकुंभ को हरित कुंभ बनाने का यह प्रयास आने वाले आयोजनों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करेगा।
Pooja upadhyay
Author: Pooja upadhyay

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