भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री का जहरीला कचरा फिलहाल पीथमपुर में नहीं जलाया जाएगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्पष्ट किया है कि हाईकोर्ट के आदेश के बिना इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। देर रात सीएम हाउस में हुई उच्च-स्तरीय बैठक में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई।
सीएम ने जनता को दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सरकार जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि जब तक उच्च न्यायालय का निर्णय नहीं आ जाता, तब तक कचरे को नष्ट करने की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
उच्चस्तरीय बैठक में हुए निर्णय
सीएम हाउस में आयोजित आपात बैठक में वरिष्ठ प्रशासनिक और राजनीतिक अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, कैलाश विजयवर्गीय, मुख्य सचिव अनुराग जैन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार 4 जनवरी तक कचरा पीथमपुर पहुंचा दिया गया है, और कोर्ट में 6 जनवरी तक इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
जनता के विरोध और सुरक्षा चिंता
पीथमपुर में स्थानीय नागरिकों द्वारा इस कचरे को नष्ट करने का भारी विरोध किया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने आत्मदाह की कोशिश भी की, जिससे हालात गंभीर हो गए। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को रास्ते बंद करने और लाठीचार्ज करने की नौबत आई।
मुख्यमंत्री की अपील
सीएम मोहन यादव ने कहा कि जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने जनता से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकार पर भरोसा रखें।
हाईकोर्ट के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। तब तक स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।