जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। हमले के मद्देनज़र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी शामिल हुए। यह बैठक करीब डेढ़ घंटे चली।
इस अहम मीटिंग में हमले की पृष्ठभूमि, सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई और आगामी रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने साफ निर्देश दिए कि हमले के दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए और अमरनाथ यात्रा सहित सभी नागरिक गतिविधियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
सरकार ने पाकिस्तान पर बढ़ाया दबाव
हमले के पीछे पाकिस्तान की भूमिका सामने आने के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। पाकिस्तान पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं और ‘सिंधु जल संधि’ को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह पहली बार है जब किसी आतंकी हमले के बाद भारत ने इस संधि को रोका है।
22 अप्रैल को हुआ था आतंकी हमला
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। इसे हाल के वर्षों के सबसे घातक आतंकी हमलों में गिना जा रहा है। हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और आतंकियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है।
