पत्रकारों के लिए जरूरी है वह संघर्ष करे पर उसके लिए अपनी जमीन न छोडे। संघर्ष पत्रकारों की नियती – प्रहलाद पटेल लोकतंत्र के लिए पत्रकारिता का जिंदा रहना जरूरी – वानखेडे

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धार (सिंघम रिपोर्टर) – पत्रकारिता पर हमेशा संकट रहा है, लेकिन यह उनकी नियती है। यह राह उन्होंने स्वयं चुनी है। कभी कभी ऐसा वक्त आता है जब रास्ता चुनना पडता है। पत्रकारों को सत्य और सिद्धांत पर अडिग रहना चाहिए। सत्य प्रस्तुति के लिए है, स्तुति के लिए नहीं। पत्रकारों के लिए जरूरी है वह संघर्ष करे पर उसके लिए अपनी जमीन न छोडे। इस समय पत्रकारों के लिए सामाजिक सुरक्षा एक बडा मुद्दा है। धार जिला पत्रकार संघ ने इस आवश्यकता को समझा है। यह बात बुधवार को धार जिला पत्रकार संघ के शब्द समागम में प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कही। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता देश के वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेडे ने सत्ताधारी पार्टियों और दबाव वाली राजनीति करने वाले नेताओं पर तीखा प्रभार करते हुए कहा कि पत्रकार शब्दों से खेले पर संभलकर। पत्रकार और पत्रकारिता गहरे संकट में है क्योंकि पत्रकारिता के लिए जरूरी संविधान खूद संकट में है। संविधान को बचाना है तो पत्रकारिता को जिंदा रखना पडेगा। उन्होंने कहा कि शहरी पत्रकारों को किसी भी प्रकार के रोजगार के अवसर उत्पन्न हो जाते हैं लेकिन ग्रामीण पत्रकारों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ता है साथ ही सत्य और निष्पक्ष पत्रकारिता करने पर दबाव बनाया जाता है। एफआरआई करने की धमकियां मिलती है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री पटेल ने कहा कि विश्वास का संकट हर कहीं है, राजनीति में सबसे ज्यादा। उन्होंने पत्रकारों से अपील की कि वे आडम्बर छोडे, इस समाज में प्रश्न जीवित रहने का नही है आवश्यकता सीमित हो तो व्यक्ति अपने सिद्धांतों पर अडिग रह सकता है। आडम्बर के कारण हम संकट में घिरते है। उन्होने इस बात पर जोर दिया कि पत्रकार अपने परिवार की सुरक्षा पर ध्यान दे। राजनीति के समान पत्रकारिता भी सेवा के लिए है व्यापार के लिए। मैंने अपने गुरू का आदेश मानकर राजनीति को सेवा ही समझा है। उन्होंने अशोक वानखेडे के तीखे हमलों का जवाब देते हुए कहा कि 2014 के पहले तो राजनेताओं पर कोई विश्वास ही नहीं करता था। कुछ बातों का जवाब समय देता है और कुछ का इतिहास। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में 11 साल में काफी विकास हुआ है। धार जिला भी इसमें शामिल है। धार जिले के पत्रकार काफी सजग है उन्होंने पं छोटू शास्त्री को कार्यक्रम के लिए बधाई दी।

मुख्य वक्ता वानखेडे ने कहा कि पत्रकारिता सही मायने में ग्रामीण क्षेत्र में ही जिंदा है। शहर की पत्रकारिता केवल औपचारिता रह गई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पत्रकार केवल प्रामाणिक खबरे ही दे लगातार रिसर्च करे। रिसर्च कभी बेकार नहीं जाती। हमारे लिए सबसे बडा रिवांड जो है वह आम लोगों द्वारा दिए जाने वाला सम्मान है। सरकार से कोई अपेक्षा नहीं रखे। वैसे भी पत्रकार विपक्ष का मित्र होता है। पत्रकारिता में ह्युमन टच जरूरी है। मंत्री पटेल से अपने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि वे राजनीति में दुलर्भ व्यक्तित्व है।

वहीं कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने धार जिला पत्रकार संघ को सुझाव दिया कि वह पत्रकारों अर्फोडेबल हाउसिंग स्कीम बनाए वे इसमें मदद करने के लिए तैयार है। पत्रकार जनसमस्याओं की ओर ध्यान आकर्षण करते है यह अनुुकणीय काम है। एसपी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि छोटे अखबार भी प्रशासन में बडा सुधार कर सकते है। उन्होने एक छोटे अखबार की खबर की आधार पर जिले में पुलिसकर्मियों के तबादले किए। इसके बाद पूरे प्रदेश में पुलिसकर्मियों के तबादले हुए जिसके अच्छे परिणाम भी रहे। विधायक नीना वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष निलेष भारती, ग्रामीण जिलाध्यक्ष चंचल पाटीदार, भाजपा के प्रदेश मंत्री जयदीप पटेल व कांग्रेस के प्रदेश सचिव हरदेवसिंह जाट ने भी अपने विचार रखे।

धार जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष प. छोटू शास्त्री ने कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए कहा कि शब्द समागम 10 वर्ष से निरंतर आयोजित हो रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान हम पत्रकार साथियों की चिंता करते है। उनके लिए दो लाख रूपए की बीमा पॉलिसी देने का काम शुरू किया था जिसकी राशी अब दस लाख रूपए हो गई है। इस वर्ष 800 पत्रकारों को यह बीमा पॉलिसी भेट कर रहे है। सर्वप्रथम अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर वरिष्ठ पत्रकार स्व. राजेन्द्र माथुर, स्व. कृष्णलाल शर्मा, स्व. अरविंद काशीव के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्जवलित कर शब्द समागम 2025 का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत धार जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष प. छोटू शास्त्री एवं महासचिव प्रदीप अगाल सहित उपस्थित पत्रकारों ने किया। इस अवसर पर वार्षिक स्मारिका ‘धार की धडकन’ का विमोचन एवं जिले के 800 पत्रकारों को 10-10 लाख रूपए की बीमा पॉलिसी का वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण शर्मा एवं धार जिला पत्रकार संघ के महासचिव प्रदीप अगाल ने किया। आभार जिला पंत्रकार संघ के संरक्षक पुष्पा शर्मा ने माना। मंत्री ने दिलाई नशा मुक्ति की शपथ कार्यक्रम के अंत में मंत्री प्रहलाद पटेल ने उपस्थित सभी लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई।

Soniya upadhyay
Author: Soniya upadhyay

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