इंदौर और उज्जैन के बीच सिक्स लेन सड़क बनाने का काम तेजी से चल रहा है। 46.475 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट पर चार महीने में 14 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) की निगरानी में यह कार्य चल रहा है और इसकी कुल लागत 1692 करोड़ रुपये है।
परियोजना की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 19 सितंबर 2024 को भूमि पूजन के साथ की थी। इसका सिविल कार्य 623 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। निर्माण कार्य 15 जनवरी 2025 को शुरू हुआ और अब तक 8 किलोमीटर डामर की सड़क बन चुकी है। इसके साथ ही निनोरा टोल नाके के पास सीमेंट-कांक्रीट की सड़क भी तैयार हो गई है।
इस परियोजना में उज्जैन के हरि फाटक पुल से लेकर इंदौर के अरविंदो अस्पताल तक सिक्स लेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जो 29 गांवों से होकर गुजरेगी—जिनमें 20 गांव इंदौर जिले और 9 उज्जैन जिले में हैं। 11 किलोमीटर लंबी सर्विस रोड और 8 किलोमीटर सीमेंट-कांक्रीट की मुख्य सड़क भी इस परियोजना का हिस्सा है।
बड़ी चुनौती शिप्रा नदी पर त्रिवेणी क्षेत्र में पुल निर्माण है, जहां मानसून से पहले फाउंडेशन का कार्य पूर्ण करना जरूरी है। इसके लिए जल संसाधन विभाग को शिप्रा का जलप्रवाह रोकने हेतु पत्र लिखा गया है।
निर्माण में नवीन जर्मन तकनीक आधारित एफडीआर और मल्टीप्लेक्स मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। निर्माण कार्य वर्षा ऋतु में भी जारी रहेगा। पूरी परियोजना को दिसंबर 2026 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
रवि इन्फ्राबिल्ड कंपनी को यह कार्य 15% कम रेट पर सौंपा गया है, जिससे सरकार को लगभग 112 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
