भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में ‘किसान कल्याण मिशन’ को हरी झंडी मिल गई। अब सरकार खेती, पशुपालन और ग्रामीण विकास को लेकर कई बड़े कदम उठाने जा रही है।
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह की सलाह के बाद अब राज्य में 6,000 गांवों से रोजाना 50 लाख लीटर दूध खरीदने का लक्ष्य तय किया गया है। यह काम सहकारी समितियों और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के माध्यम से किया जाएगा। पहले यह लक्ष्य सिर्फ 24 लाख लीटर था।
मिशन के तहत किसानों को 50% तक फसल बीमा कवरेज मिलेगा। आने वाले तीन वर्षों में 3 लाख किसानों को सोलर पंप, 1,000 हायरिंग सेंटर, 1,000 नए एफपीओ, और 3.35 लाख हेक्टेयर में सिंचाई सुविधाएं देने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही 5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव और 15 लाख क्विंटल उन्नत बीज किसानों को दिए जाएंगे।
गोवंश स्वास्थ्य यूनिट और सड़कें होंगी मवेशी मुक्त
शहर और गांवों में अब गोवंश स्वास्थ्य यूनिट शुरू होंगी ताकि बीमार और घायल जानवरों का तुरंत इलाज हो सके। सरकार का लक्ष्य सड़कों से गोवंश की मौजूदगी को पूरी तरह खत्म करना है। इसके लिए हर विभाग और सामाजिक संगठनों की भूमिका तय की जाएगी।
मिशन के प्रमुख बिंदु:
- संकर और उन्नत बीज उत्पादन व वितरण
- सोलर पंप पर अनुदान
- मंडियों का डिजिटलीकरण
- दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए सेक्स-सोर्टेड सीमेन तकनीक
- निराश्रित गोवंश की संख्या में कमी
- बिना ब्याज कृषि कर्ज और केसीसी योजना
- जलवायु परिवर्तन के अनुरूप खेती को बढ़ावा
- स्थानीय नस्लों और उत्पादों के लिए जीआई टैग प्राप्त करना
इस मिशन का उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाना, खेती को टिकाऊ बनाना, और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
