नई पहचान की ओर बढ़ा उज्जैन: वेलनेस टूरिज्म में 2000 करोड़ का निवेश प्रस्ताव

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

MP News: मध्यप्रदेश सरकार अब उद्योग और आईटी के बाद वेलनेस और स्वास्थ्य टूरिज्म को नई दिशा देने में जुट गई है। इसी कड़ी में गुरुवार को उज्जैन में पहली बार स्प्रिचुअल एंड वेलनेस समिट का आयोजन किया गया। इस आयोजन में करीब 2,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव (LOI) मिले हैं।

समिट में देशभर के 300 से अधिक प्रतिष्ठित संस्थानों और कंपनियों ने भाग लिया। इनमें भंडारी ग्रुप ने 984 करोड़ रुपए और अमलतास ग्रुप ने 400 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव दिए। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती ने भी दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्रस्तुत किए।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में कहा कि “वेलनेस का अर्थ केवल बीमारी का इलाज नहीं, बल्कि बीमारी से पहले की देखभाल है।” उन्होंने यह भी बताया कि पहले की इंडस्ट्री समिट में 30 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले और अब प्रदेश वेलनेस टूरिज्म में भी अग्रणी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

भंडारी ग्रुप की योजना उज्जैन में ऐसा इंटरनेशनल हेल्थ सेंटर बनाने की है, जिसमें एलोपैथी, आयुर्वेद और वेलनेस की तमाम पद्धतियां एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। इसका डिज़ाइन अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा मानकों के अनुसार होगा, जिससे विदेशी मरीज भी उपचार के लिए आकर्षित हों।

मुख्य सचिव अनुराग जैन और प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने भी मप्र को निवेश के लिए उत्तम स्थान बताते हुए कहा कि राज्य में धार्मिक, सांस्कृतिक और हेरिटेज टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। देश की 62 यूनेस्को साइट्स में से 18 अकेले मप्र में हैं।

🔹 मुख्य बिंदु:

  • उज्जैन में पहली Spiritual and Wellness Summit
  • 2000 करोड़ से अधिक के LOI
  • भंडारी ग्रुप – 984 करोड़ | भदौरिया ग्रुप – 400 करोड़
  • एक ही सेंटर में सभी चिकित्सा पद्धतियां
  • वेलनेस को नया आयाम देने की तैयारी

 

Soniya upadhyay
Author: Soniya upadhyay

Leave a Comment

और पढ़ें