दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति एक बार फिर गंभीर हो गई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 386 तक पहुंच गया है, जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है। बुधवार को प्रदूषण का स्तर इस हद तक बढ़ गया कि लोग आसमान में घनी धुंध और स्मॉग की चादर को देख रहे हैं। इस बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्लीवासी आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी महसूस कर रहे हैं।
हवा की गति धीमी होने और दिशा बदलने के कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह स्थिति जारी रहती है, तो शनिवार तक AQI और खराब हो सकता है और “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच सकता है। इससे श्वसन समस्याएं और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है, खासकर उन लोगों को जो पहले से अस्थमा या सांस से संबंधित अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को बाहर निकलने से बचने और मास्क पहनने की सलाह दी है। इसके अलावा, बच्चे, बुजुर्ग और सांस संबंधी बीमारियों से ग्रस्त लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। साथ ही, घरों में ताजे हवा का आदान-प्रदान बढ़ाने और एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की सलाह दी गई है।