दिल्ली की नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने मंत्रिमंडल के साथ वासुदेव घाट पर यमुना आरती में हिस्सा लिया। यह कदम दिल्ली में यमुना की सफाई और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आरती के बाद रेखा गुप्ता जल्द ही अपनी पहली कैबिनेट बैठक आयोजित करेंगी।
यमुना आरती की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
वासुदेव घाट का पुनर्विकास दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) द्वारा किया गया था। घाट के जीर्णोद्धार के बाद, 12 मार्च 2024 को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने यहां यमुना आरती की शुरुआत की थी। तब से इस आयोजन ने 11 महीनों में हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है।
DDA के अधिकारियों का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य यमुना नदी के किनारों को स्वच्छ बनाना और धार्मिक-सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। गंगा आरती की तरह यमुना आरती भी अब श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव बन चुकी है।
लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या
यमुना आरती में शामिल होने वालों की संख्या में दिन-ब-दिन वृद्धि हो रही है। दिल्ली के स्थानीय निवासियों के अलावा आसपास के राज्यों से भी लोग यहां पहुंचकर आरती का लाभ उठा रहे हैं। विभिन्न धार्मिक संगठन और पर्यावरण प्रेमी इस पहल की सराहना कर रहे हैं।
रेखा गुप्ता का संदेश और प्राथमिकताएँ
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आरती के दौरान कहा, “यमुना नदी दिल्ली की सांस्कृतिक और जीवन रेखा है। इसकी सफाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम न केवल नदी को स्वच्छ बनाएंगे, बल्कि इसके किनारों को सुंदर और पर्यावरण के अनुकूल भी बनाएंगे।”
पहली कैबिनेट बैठक में होंगे बड़े फैसले
सूत्रों के अनुसार, सीएम रेखा गुप्ता की पहली कैबिनेट बैठक में यमुना सफाई अभियान, महिला सुरक्षा, परिवहन व्यवस्था में सुधार और शिक्षा क्षेत्र के विकास पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि बैठक में जल्द लागू होने वाली नीतियों पर ठोस फैसले लिए जाएंगे।
