दतिया जिले के बड़ौनी कन्या माध्यमिक विद्यालय में आज एक दुखद घटना घटी, जब स्कूल में आयोजित सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम के दौरान प्रधानाध्यापक संतोष तिवारी को दिल का दौरा पड़ा। इस घटना ने विद्यालय और स्थानीय लोगों को शोक में डुबो दिया।
घटना का विवरण
यह घटना सुबह के समय हुई जब संतोष तिवारी विद्यालय में बच्चों के साथ सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई, और वह गिर पड़े। तत्परता दिखाते हुए मौजूद लोग उन्हें तुरंत जिला अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी अचानक हुई इस हृदयगति ने सभी को स्तब्ध कर दिया।
सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का उद्देश्य
यह सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना था। सूर्य नमस्कार को योग का महत्वपूर्ण अंग माना जाता है, जो शरीर के विभिन्न अंगों और प्रणालियों को संतुलित करने में सहायक होता है।
योगाचार्य डॉ. अनिल कुमार दुबे का संदेश
कार्यक्रम के दौरान योगाचार्य डॉ. अनिल कुमार दुबे ने सूर्य नमस्कार के शारीरिक लाभों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार से शरीर की ग्रंथियों, रक्त परिसंचरण, श्वसन, और पाचन प्रणाली में सुधार होता है। इसके नियमित अभ्यास से शारीरिक और मानसिक विकास में भी वृद्धि होती है।
इस घटना ने यह साबित किया कि सूर्य नमस्कार के लाभों के बावजूद, किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर ध्यान देना और उसकी देखभाल करना अत्यंत आवश्यक है।