मनावर : (सिंघम रिपोर्टर) गुरुवार 14 अगस्त को तीन टीचरों की प्रताड़ना से मजबूर होकर आत्महत्या करने वाली छात्रा के परिजनों ओर सहेली ने आपबीती बताई, 2 साल से कर रहे थे टार्चर, बेज्जती सहन नहीं कर पाई आखिरकार मजबूर होकर उसने अपनी जान दे दी और हमने उसे खो दिया। टीचर ने पार्वती को क्लास में सबके सामने बेइज्जत किया ड्रेस चोर का लकब दिया, यह तमाम प्रताड़नाए वह सहती रही लेकिन अब उसमें और हिम्मत नहीं थी…
पार्वती की सबसे करीबी सहेली ने मीडिया और प्रशासन को पार्वती पर किये जा रहे उत्पीड़न की खुलकर बात कही, उसने कहा कि कई बार टीचर को बोल दिया गया कि उसने कोई चोरी नहीं की लेकिन फिर भी उसे बुराई की नजर से देखा जाता था। बार-बार तानाकशी की जाती थी जिससे पार्वती का अंदर ही अंदर मनोबल टूटने लगा था जबकि शिक्षक बच्चों का भविष्य तय करते हैं लेकिन मनावर में इस घटना ने सभी को झंझोड़ कर रख दिया। विद्यालय में शिक्षक का ऐसा रवैया शर्मसार कर देने वाला था। अत्याचार की अति हो गई और पार्वती आत्महत्या करने पर मजबूर हो गई। आत्महत्या करने से पहले पार्वती ने चिट्ठी लिखकर घर के एक कांच पर लगा दी उसमें साफ-साफ लिखा गया कि मैं अब और सहन नहीं कर सकती यानी की अति की जा रही थी।
स्कूल की टीचर सरिका ठाकुर, लक्ष्मी मंडलोई और आरती चौहान पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा है और प्रथम दृष्टा सारे सबूत इस बात का चिक चिक कर गवाही दे रहे हैं कि इन सभी ने मिलकर पार्वती को मानसिक प्रताड़ित कर दिया था। जिला प्रशासन ने पार्वती द्वारा लिखी गई चिट्ठी मिलने के बाद आरती चौहान को सेवा से मुक्त कर दिया गया जबकि लक्ष्मी मंडलोई और सारिका ठाकुर का स्थानांतरण किया गया। मामले को लेकर जिला प्रशासन ने टीम गठित की गई है ताकि सत्य निष्पक्ष कार्रवाई की जा सके। पार्वती के पिता ने बताया कि जब वह घर आई तो गुमसुम थी, मां घर पर नहीं थी और बड़ी बहन बाहर काम से गई थी शाम को पिताजी बाहर गए और जब घर पर लोटे तो उन्होंने पार्वती को फंदे से लटका पाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया गया कि पार्वती एक होनहार लड़की थी मां ने बताया कि हमें पता नहीं था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी। आपको बता दे की घटना के बाद गिरते पानी में शव को विद्यालय के बाहर सड़क पर रखकर चक्का जाम किया गया था और प्रताड़ित करने वाली टीचरों को गिरफ्तार करने की मांग की थी। एसडीएम प्रमोद गुर्जर और एसडीओपी अनु बेनीवाल की समझाइए इसके बाद विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी और परिजन तथा नगर वासियों ने चक्के जाम खोला
घर वालों को न्याय की उम्मीद
परिजन और सहेली का कहना है कि पार्वती ने आत्महत्या की क्योंकि उसे मानसिक प्रताड़ित किया गया था इसलिए इन तीनों टीचरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए जेल भेजना चाहिए। ताकि मृतिका को इंसाफ मिल सके। परिजनों ने कहा कि मरने वाली लड़की खुद वजह बता कर लिख कर गई है तो इन सबूत के आधार पर प्रकरण दर्ज किया जाना ही उचित निर्णय होगा।
एसडीओपी अनु बेनीवाल कहा
मामले को गंभीरता से लेते हुए मनावर एसडीओपी अनु बेनीवाल ने बताया कि हमने पार्वती की सहेली और परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं, इसके अलावा जांच पड़ताल चल रही है सुसाइड नोट पर पार्वती ने तीन टीचरों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है हम इस बारे में बाकिरी से जांच कर रहे हैं जांच पूरी होने पर स्पष्ट खुलासा किया जाएगा।