छत्रपति शिवाजी महाराज, जो मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे, उनके कई संतानें थीं। उनके पुत्रों ने मराठा साम्राज्य के विस्तार और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यहाँ उनके प्रमुख संतानों का विवरण दिया गया है:
1. संभाजी महाराज (1657-1689)
संभाजी महाराज शिवाजी की पहली पत्नी सईबाई के पुत्र थे। वे बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के धनी थे और कई भाषाओं में निपुण थे। शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद, 1681 में संभाजी महाराज मराठा साम्राज्य के शासक बने। उन्होंने मुगलों, विशेष रूप से औरंगज़ेब, के खिलाफ कड़ा प्रतिरोध किया। दुर्भाग्यवश, 1689 में उन्हें मुगलों ने पकड़ लिया और क्रूरता से हत्या कर दी।
2. राजाराम महाराज (1670-1700)
राजाराम महाराज शिवाजी की दूसरी पत्नी सोयराबाई के पुत्र थे। संभाजी महाराज की मृत्यु के बाद, वे सिंहासन पर बैठे और मराठा साम्राज्य की रक्षा के लिए मुगलों से संघर्ष किया। उन्होंने कई रणनीतिक कदम उठाए और मराठा युद्धनीति को मजबूत किया। 1700 में उनकी मृत्यु हो गई।
3. सकवारबाई और अन्य कन्याएँ
ऐसा माना जाता है कि शिवाजी की कुछ पुत्रियाँ भी थीं, जिनमें से एक सकवारबाई थीं, जिनका विवाह राजघराने में हुआ था। हालाँकि, उनके बारे में ऐतिहासिक विवरण सीमित हैं।
### **निष्कर्ष**
शिवाजी महाराज के पुत्रों ने मराठा साम्राज्य की रक्षा और विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संभाजी महाराज की वीरगति और राजाराम महाराज की नेतृत्व क्षमता ने मराठा शक्ति को जीवित रखा, जो आगे चलकर पेशवाओं के नेतृत्व में एक विशाल साम्राज्य के रूप में उभरा।
