प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में आगामी जनगणना में जातिगत विवरण शामिल करने के ऐतिहासिक निर्णय का मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जोरदार स्वागत किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय सिर्फ एक प्रशासनिक कवायद नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में बड़ा कदम है।
डॉ. यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय कैबिनेट का हम प्रदेश की जनता की ओर से आभार व्यक्त करते हैं। यह फैसला अंत्योदय के संकल्प को साकार करने वाला है। दशकों से जातिगत जनगणना की मांग होती रही है, लेकिन इसे टालते रहे। अब यह निर्णय सामाजिक सरोकार और सटीक नीति निर्माण का आधार बनेगा।”
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि जातिगत आंकड़े केवल संख्याएं नहीं होंगे, बल्कि ये देश के गरीब, पिछड़े, वंचित और उपेक्षित वर्गों के लिए योजनाएं बनाने में निर्णायक साबित होंगे। सरकार को वास्तविक स्थिति का पता चलेगा और हर वर्ग तक विकास की योजनाएं पहुंचाना और भी सटीक हो सकेगा।
उन्होंने आगे कहा, “नया भारत सामाजिक समरसता, समान अवसर और सौहार्द की ओर बढ़ रहा है। इस निर्णय से समाज में विश्वास का माहौल बनेगा और राजनीतिक दलों को भी अब वर्ग विशेष की बजाय जनहित की राजनीति पर ध्यान देना होगा।”
मुख्यमंत्री ने इसे “ऐतिहासिक, दूरदर्शी और जनकल्याणकारी कदम” करार देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार भी इस फैसले का क्रियान्वयन पूरी पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ करेगी।
