छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के 132 केवी उपकेन्द्र पटनिया में बीती रात 6-7 नकाबपोश बदमाशों ने लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने सुरक्षा गार्ड और ऑपरेटरों को बंदूक व लोहे की रॉड दिखाकर शौचालय में बंधक बना लिया और उनके मोबाइल फोन छीन लिए। इसके बाद वे स्टोर रूम का ताला तोड़कर 9 नग 132 केवी कॉपर आइसोलेटर रॉड लेकर फरार हो गए, जिनकी अनुमानित कीमत 1.80 लाख रुपये है।
जूनियर इंजीनियर की सतर्कता से खुला मामला
रात करीब 2:30 बजे, जूनियर इंजीनियर आकस्मिक निरीक्षण के लिए उपकेन्द्र पहुंचे। जब उन्हें कंट्रोल रूम और यार्ड में कोई नजर नहीं आया, तो उन्होंने आवाज लगाई। इसी दौरान शौचालय से दरवाजा खटखटाने की आवाज आई। शक होने पर उन्होंने तुरंत सहायक यंत्री और पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ।
पुलिस ने ‘चोरी’ का मामला दर्ज किया, कर्मचारियों में आक्रोश
हालांकि, सांवरी पुलिस ने इस डकैती को चोरी का मामला मानते हुए एफआईआर दर्ज की और चोरी गई कॉपर रॉड की कीमत 81 हजार रुपये बताई। पुलिस ने इस पर धारा 331(4) और 305 के तहत मामला पंजीकृत किया।
हर घंटे अपडेट अनिवार्य, लेकिन नहीं हुआ था अपलोड
132 केवी उपकेन्द्र में सुरक्षा के लिए हर घंटे व्हाट्सएप पर फोटो अपडेट करने का नियम है, लेकिन रात 1:11 बजे के बाद 2:15 बजे तक कोई अपडेट नहीं किया गया। इस अनियमितता पर संदेह होने के बाद ही जूनियर इंजीनियर ने निरीक्षण का फैसला किया, जिससे यह वारदात उजागर हो गई।
तीन घंटे तक बंधक रहे कर्मचारी, बड़ा हादसा टला
गार्ड और ऑपरेटर लगभग तीन घंटे तक शौचालय में बंद रहे। यदि इस दौरान कोई तकनीकी फॉल्ट हो जाता, तो इससे बड़ा हादसा हो सकता था। उपकेन्द्र में गड़बड़ी होने पर मरम्मत में तीन से चार महीने तक का समय लग सकता था। गनीमत रही कि सतर्कता के चलते यह संकट टल गया।
कर्मचारियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद पावर ट्रांसमिशन कंपनी के कर्मचारियों में भारी रोष है। वे सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुटी है और जल्द ही गिरफ्तारी का दावा कर रही है।
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