ग्वालियर में बॉलीवुड फिल्म ‘पुष्पा’ की तर्ज पर खैर की लकड़ी की तस्करी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश वन विभाग ने खुफिया सूचना के आधार पर दो ट्रकों को पकड़ा, जो अलवर से खैर की लकड़ी लेकर आए थे। पकड़े जाने के डर से तस्करों ने घाटीगांव के जखौदी क्षेत्र में सांक नदी में लगभग 35 क्विंटल लकड़ी फेंक दी।
जांच में जुटी वन टीम ने नदी में उतरकर लकड़ी जब्त की। इस कार्रवाई में अलवर के हामिद, अजहरुद्दीन और साउन खान को हिरासत में लिया गया, जबकि रामनिवास गुर्जर फरार है। मामले में शोभित यादव का नाम भी सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक, तस्करों ने जखौदी को खैर लकड़ी का संग्रहण केंद्र बना रखा था। यहां आसपास के जंगलों से पेड़ों की कटाई कर लकड़ियां जमा की जाती थीं और मौका मिलते ही इन्हें दूसरे राज्यों में भेजा जाता था।
वहीं, आरोपियों से पूछताछ किए बिना सीधे छोड़ दिए जाने से वन विभाग की मंशा पर भी सवाल उठ रहे हैं। रूटीन जांच में केवल पेड़ों के ठूंठ ढूंढे जा रहे हैं, जबकि तस्करी के पूरे नेटवर्क की तह तक जाने की ज़रूरत है। फिलहाल अधिकारी पूरे मामले की गंभीरता से पड़ताल कर रहे हैं।