मध्यप्रदेश के गुना जिले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गरीबों के हक पर डाका डालने की कोशिश को नाकाम कर दिया। इंडस्ट्रीज एरिया स्थित एमएस इंडस्ट्रीज के गोदाम से 2400 क्विंटल से अधिक राशन जब्त किया गया, जिसमें पीडीएस का चावल, टैक्स चोरी का गेहूं और सोयाबीन शामिल था। ये अनाज विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत जरूरतमंदों के लिए निर्धारित था।कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी को सूचना मिली थी कि एमएस इंडस्ट्रीज के संचालक अंकित गोयल के गोदाम में अवैध रूप से पीडीएस का चावल और अन्य अनाज संग्रहित किया गया है। इस पर उन्होंने एसडीएम उमेश कौरव, तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा और डिप्टी कलेक्टर अनुपम शर्मा के नेतृत्व में टीम को छापेमारी के लिए भेजा।
टीम जब मौके पर पहुंची, तो गोदाम का गेट बंद पाया गया। कर्मचारियों ने काफी देर तक गेट खोलने में आनाकानी की। जब गेट खोला गया, तो गोदाम के अंदर एक ट्रक (ट्रॉला क्रमांक RJ 06 GD 0711) खड़ा मिला, जिसमें पीडीएस चावल लदा था। जांच में गोदाम से 750 क्विंटल चावल, 1051 क्विंटल टैक्स चोरी का गेहूं और 600 क्विंटल सोयाबीन बरामद किया गया।गोदाम में मिले गेहूं और चावल के बैग्स पर मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन, पंजाब सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार के स्पष्ट निशान पाए गए। यह स्पष्ट था कि यह अनाज गरीबों को उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से वितरित किया जाना था, जिसे रसद माफिया ने अवैध रूप से हड़प लिया था।प्रशासन ने खाद्य विभाग और मंडी के अधिकारियों को बुलाकर मौके पर सैंपल जांच करवाए। पूरे अनाज को जब्त करते हुए गोदाम को सील कर दिया गया है। मामले की गहन जांच की जा रही है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।यह कार्रवाई प्रशासन की सतर्कता और भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर रुख का उदाहरण है। यह घटना इस बात को रेखांकित करती है कि जरूरतमंदों के हक को सुरक्षित रखने और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कदम उठाना जरूरी है।