अशोकनगर: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करीला मेले में रंगपंचमी का उत्सव मनाने पहुंचे थे, लेकिन वहां उनकी सुरक्षा में बड़ी लापरवाही सामने आई। मीडिया से बातचीत के दौरान एक अस्थायी लोहे की सीढ़ी अचानक टूट गई, जिस पर सीएम खड़े थे। गनीमत रही कि वे कम ऊंचाई पर थे और पास खड़े लोगों ने उन्हें तुरंत संभाल लिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
कैसे हुआ हादसा?
मुख्यमंत्री मां जानकी के दर्शन के लिए करीला मंदिर जा रहे थे। इसी दौरान, जब वह सीढ़ियों पर खड़े होकर मीडिया से बातचीत कर रहे थे, तभी अधिक लोगों के भार से सीढ़ी टूट गई। वहां मौजूद नेताओं और सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उन्हें पकड़कर सुरक्षित नीचे उतार लिया।
बचाव में चंद सेकंड का फासला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सीढ़ी टूटते ही मुख्यमंत्री और अन्य नेता संतुलन खो बैठे, लेकिन सतर्कता के कारण सभी खुद को संभालने में सफल रहे। मुख्यमंत्री को तुरंत उनके सुरक्षाकर्मियों और मौजूद लोगों ने सुरक्षित नीचे उतार लिया। सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ।
सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
इस घटना ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। करीला मेले जैसे बड़े आयोजनों में सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया? इसको लेकर प्रशासन अब समीक्षा कर रहा है।
इस हादसे के बाद सुरक्षा एजेंसियों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
