ऑपरेशन सिंदूर, भारतीय सेना की पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर की गई एक प्रमुख एयरस्ट्राइक है, जिसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का प्रतिकार करना था। इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाकर कई भारतीयों की जान ली थी। भारतीय सेना ने इस हमले का जवाब देने के लिए एक सशक्त सैन्य कार्रवाई की योजना बनाई और उसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखा गया था। यह नाम इसलिए चुना गया क्योंकि पहलगाम हमले में आतंकियों ने अधिकतर पुरुषों को निशाना बनाया था, जिससे कई महिलाओं का सुहाग छिन गया था।
ऑपरेशन की तैयारी और निष्पादन:
ऑपरेशन सिंदूर की योजना पूरी तरह से गुप्त रखी गई थी। भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने पाकिस्तान में स्थित सभी आतंकवादी ठिकानों की पहचान की और उनकी लोकेशन की पुष्टि की। इसके बाद, मंगलवार की रात भारतीय वायुसेना ने अपनी राफेल फाइटर जेट्स और स्कैल्प मिसाइलों से पाकिस्तान के अंदर 100 किमी तक स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इस एयरस्ट्राइक में 4 ठिकाने पाकिस्तान के अंदर और 5 ठिकाने PoK (पाक अधिकृत कश्मीर) में स्थित थे।
निशाना बनाए गए आतंकवादी ठिकाने:
इस कार्रवाई के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। कुछ प्रमुख ठिकानों में शामिल हैं:
- बहावलपुर स्थित जैश का हेडक्वार्टर (मरकज सुभान अल्लाह)
- लश्कर का कैंप मुरीदके
- मेहमूना स्थित हिज्बुल का ट्रेनिंग कैंप
- कोटली, बरनाला, सवाई जैसे लश्कर और जैश के अड्डे
इसके अलावा, इस हमले में लश्कर के 7 और जैश के 2 ठिकाने पूरी तरह से तबाह हो गए। भारतीय वायुसेना ने इन ठिकानों पर गोला-बारूद गिराया, जिससे इन ठिकानों को भारी नुकसान हुआ और लगभग 90 आतंकवादी मारे गए।
ऑपरेशन की विशेषता:
इस ऑपरेशन को खास बनाने वाली बात यह थी कि पहले की दोनों एयरस्ट्राइक (2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक) सिर्फ PoK में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर की गई थीं, लेकिन इस बार भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर 100 किमी तक जाकर आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला किया। यह एक बड़ी और घातक कार्रवाई थी।
वैश्विक संदर्भ और प्रतिक्रिया:
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद, भारत ने इस कार्रवाई के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसका लक्ष्य केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाना था, पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को नहीं। भारत ने इसे एक गैर-उकसावे वाली कार्रवाई बताया। पाकिस्तान ने इस हमले के बाद अपना दुखड़ा रोते हुए झूठे दावे किए, लेकिन जो तस्वीरें सामने आईं, उनमें आतंकवादी ठिकानों की तबाही साफ दिखाई दे रही थी।
भारत ने इस एयरस्ट्राइक की जानकारी दुनिया के कई देशों जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, रूस और संयुक्त अरब अमीरात को दी। साथ ही, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इस कार्रवाई के बारे में अमेरिका के विदेश मंत्री से भी बात की।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया:
पाकिस्तान इस कार्रवाई से बौखलाया हुआ है और इसे जवाबी कार्रवाई की धमकी दे सकता है। भारत ने अपनी एयरस्पेस को हाई अलर्ट पर रखा है और सीमा से सटे भारतीय एयरबेस की सुरक्षा को मजबूत किया गया है। भारतीय वायुसेना ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान पहले भी पाकिस्तानी विमानों को धूल चटा चुकी है, इसलिए इस बार भी किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
आगे क्या होगा?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने साफ किया कि इसका उद्देश्य सिर्फ आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाना था, पाकिस्तान के नागरिक या सैन्य ठिकानों को नहीं। यह कार्रवाई एक संदेश देती है कि भारत पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर कायम है। पाकिस्तान से अब यह उम्मीद की जा रही है कि वह इस हमले का जवाब देने के लिए कोई कदम उठाए, लेकिन भारत ने पहले ही अपने एयरस्पेस को सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह से तैयार कर लिया है।
