मध्य प्रदेश के उज्जैन में 2028 में होने वाला सिंहस्थ महाकुंभ धार्मिक पर्यटन के लिहाज से एक ऐतिहासिक अवसर साबित होगा। इस महाकुंभ की तैयारियां अभी से जोरों पर हैं, और इसे एक वैश्विक धार्मिक पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिंहस्थ महाकुंभ केवल एक मेला नहीं, बल्कि एक सामाजिक आयोजन है जो समाज की दिशा निर्धारित करता है।
सिंहस्थ महाकुंभ के आयोजन के दौरान लाखों श्रद्धालु एकजुट होते हैं, और इस बार उम्मीद की जा रही है कि यह मेला पहले से कहीं बड़ा और भव्य होगा। इस महाकुंभ में श्रद्धालु केवल आस्था का अनुभव ही नहीं करेंगे, बल्कि यह दुनिया भर में भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी अवसर बनेगा। मुख्यमंत्री यादव ने इस आयोजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से जोड़ते हुए कहा कि कुंभ मेलों का आयोजन पूरी दुनिया में एक आदर्श प्रस्तुत करता है, जो न केवल धार्मिकता बल्कि प्रबंधन, नवाचार और शिक्षा का भी प्रतीक है।
सिंहस्थ महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सरकार हर पहलू पर काम कर रही है, जिसमें बेहतर बुनियादी सुविधाओं, यातायात व्यवस्था, सुरक्षा और धर्मिक प्रवचन की योजनाएं शामिल हैं। आने वाले समय में यह आयोजन उज्जैन को दुनिया के सबसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक बना देगा।