मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले की घट्टिया तहसील के बिछरोड गांव में एक बार फिर लव जिहाद का मामला सामने आने के बाद इलाके में भारी तनाव फैल गया है। 6 मई को एक मुस्लिम युवक द्वारा एक हिन्दू लड़की के साथ अश्लील वीडियो वायरल होने की घटना के बाद यह विवाद उभरा। ग्रामीणों ने संदेह के आधार पर आरोपी फरमान और एक अन्य युवक को पकड़ा और उनके मोबाइल फोन की जांच की। फोन में गांव की कई हिन्दू लड़कियों के अश्लील फोटो, वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग मिलने के बाद गांव में आक्रोश फैल गया।
इस घटना के विरोध में हिन्दू संगठन सक्रिय हो गए और 22 मई को झालावाड़ नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और मार्ग दो घंटे से ज्यादा समय तक पूरी तरह बाधित रहा। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और उनके मकान तोड़े जाएं।
ग्रामीणों और हिन्दू संगठनों के गुस्से के चलते आरोपियों के घरों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई। पुलिस ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अब तक 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच में जिन 6 आरोपियों के फोन में अश्लील सामग्री पाई गई, उनका सरेआम जुलूस निकाला गया और भागने की कोशिश कर रहे एक आरोपी का शॉर्ट एनकाउंटर भी किया गया।
इसके बाद भी ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उन्होंने गांव पूरी तरह बंद कर दिया और 20 गांवों के लोगों की उपस्थिति में पंचायत आयोजित की गई। पंचायत में प्रशासन को 20 मई तक का अल्टीमेटम दिया गया कि आरोपियों के मकान गिराए जाएं, अन्यथा उग्र आंदोलन होगा। पंचायत के अल्टीमेटम के बावजूद प्रशासन की ओर से मकान नहीं तोड़े जाने पर चक्काजाम किया गया।
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए एसडीएम राजाराम करजरे, सीएसपी भारत सिंह यादव, तहसीलदार जीवन मोघी सहित भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया है। प्रशासन ने गांव और आस-पास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है। एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार ही किसी भी अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जा सकती है।
इस पूरे मामले ने उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में एक बार फिर साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया है और हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं।
