इंदौर के राजवाड़ा क्षेत्र में रंगपंचमी की गेर के दौरान एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। भीड़ के बीच ट्रैक्टर के पहिए के नीचे आने से यह हादसा हुआ, जिससे व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव गेर में शामिल होने का अपना निर्णय बदलते हुए, इंदौर से सीधे उज्जैन रवाना हो गए। पहले उनका राजवाड़ा क्षेत्र में गेर में शामिल होने का कार्यक्रम था।
रंगपंचमी के मौके पर राजवाड़ा क्षेत्र में रंगों की बौछार और गुलाल की बारिश हो रही थी, जबकि टैंकरों से रंग और पानी ऊपर तक फेंका जा रहा था। हालांकि, गेर मार्ग को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नौ सेक्टरों में बांटा गया था और प्रत्येक सेक्टर का प्रभार अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारियों को सौंपा गया था।
पुलिस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस की तैनाती के साथ गेर मार्ग की निगरानी ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से की जा रही थी। इसके अलावा, हुरियारों पर विशेष नजर रखी जा रही थी, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।
