इंदौर में मेट्रो के ट्रायल रन में अब तेजी देखी जा रही है। शहर के गांधी नगर और सुपर कॉरिडोर क्षेत्र में मेट्रो ट्रेन के कोचों का ट्रायल अलग-अलग स्पीड पर चलाकर किया जा रहा है। विशेषज्ञ यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि ट्रैक और कोच की कार्यक्षमता परख ली जाए, ताकि कोई भी तकनीकी समस्या समय रहते ठीक की जा सके। मेट्रो के कमर्शियल संचालन के दौरान ट्रेन की गति 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।
इस समय ट्रायल के लिए मेट्रो कोच 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलाए जा रहे हैं। अब तक 30 से ज्यादा मेट्रो कोच इंदौर पहुंच चुके हैं और इनकी टेस्टिंग की जा रही है। हर ट्रेन में एक इंजन और तीन कोच होते हैं। कुल 75 कोचों की डिलीवरी होनी है और अब तक 9 सेट तैयार हो चुके हैं। कुछ और कोच जल्द ही इंदौर पहुंच सकते हैं।
मेट्रो का ट्रायल फिलहाल गांधी नगर से बांगड़दा चौराहा तक के 6 किलोमीटर हिस्से में हो रहा है, लेकिन इस समय इस मार्ग पर ज्यादा यात्री नहीं मिलेंगे, क्योंकि यह क्षेत्र मुख्य रूप से आबादी से कम प्रभावित है। हालांकि, इंदौर मेट्रो कार्पोरेशन का उद्देश्य है कि अगले कुछ महीनों में गांधी नगर से रेडिसन चौराहा तक का रूट कमर्शियल रूप से शुरू हो जाए।
इंदौर में कुल 24 मेट्रो ट्रेन चलने का प्रस्ताव है, जिनमें हर ट्रेन में 400 से अधिक यात्री यात्रा कर सकते हैं। मेट्रो कोचों के बाहर भी सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कोचों का निर्माण वड़ोदरा स्थित सांवली प्लांट में किया जा रहा है, और कुछ समय पहले इन कोचों को ट्रेलरों के माध्यम से इंदौर भेजा गया था।
