इंदौर में मास्टर प्लान के तहत 23 नई सड़कों का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए 450 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारना और आगामी सिंहस्थ महापर्व के लिए आवश्यक सड़क सुविधाएं तैयार करना है। महापौर परिषद की बैठक में इन सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी गई, और अब इन सड़कों पर काम शीघ्र शुरू होगा। बैठक में कुल 50 से अधिक प्रस्तावों पर विचार किया गया, जिनमें सड़क चौड़ीकरण के लिए जन संपत्ति का अधिग्रहण, टीडीआर सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन पोर्टल का निर्माण और देवगुराडिया स्थित बायोमिथेन प्लांट की क्षमता बढ़ाने के प्रस्ताव शामिल थे।
बैठक की अध्यक्षता महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने की, जिसमें मास्टर प्लान के तहत बनने वाली इन सड़कों को शहर के यातायात में सुधार और सिंहस्थ के आयोजन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया गया। इन सड़कों के निर्माण के लिए चार पैकेज में निविदाओं को स्वीकृति दे दी गई है, जिससे इन परियोजनाओं की गति में तेजी आएगी।
इसके अलावा, देवगुराडिया स्थित 500 टीडीपी बायोमिथेन प्लांट की क्षमता बढ़ाकर 800 टीडीपी करने का निर्णय लिया गया है, ताकि प्लांट की क्षमता में वृद्धि हो और अधिक बायोमिथेन उत्पादित किया जा सके। इसके लिए अतिरिक्त भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भी स्वीकृत हुआ है, ताकि प्लांट को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया जा सके। साथ ही, शहर की मुख्य सड़कों की सफाई के लिए रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदने का भी निर्णय लिया गया, ताकि सड़कें साफ और सुरक्षित बनी रहें।
इन सभी प्रस्तावों को मंजूरी मिलने से इंदौर में शहरी विकास को गति मिलेगी और शहर की बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा, जो आने वाले समय में नागरिकों को बेहतर यातायात और स्वच्छता प्रदान करेगा।