“इंदौर में तेज गति से गाड़ी चलाने वालों के लिए नया ट्रैफिक सिस्टम, 25 प्रमुख मार्गों पर लगेगी हाईटेक निगरानी”

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इंदौर शहर में तेज गति से गाड़ी चलाने वालों के लिए एक नया ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जा रहा है। इसके तहत शहर के 25 प्रमुख एंट्री-एग्जिट पॉइंट्स और मार्गों पर हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों के माध्यम से ट्रैफिक की निगरानी की जाएगी और वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर को ट्रैक कर एक डेटाबेस तैयार किया जाएगा, जिससे पुलिस को जांच में मदद मिलेगी।

शहर के 17 प्रमुख चौराहों पर चालान की कार्रवाई के लिए कैमरों को अपग्रेड किया जा चुका है। इन कैमरों का उपयोग 40 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक गति से वाहन चलाने वालों पर चालानी कार्रवाई के लिए किया जाएगा।

इस स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत, 25 प्रमुख मार्गों पर स्पीड वायलेशन डिटेक्शन (SVD) सिस्टम और 25 एंट्री-एग्जिट पॉइंट्स पर हाईटेक कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह सिस्टम फरवरी से सक्रिय होगा और इसके माध्यम से तेज गति से वाहन चलाने वाले चालकों को सीधे उनके मोबाइल पर ई-चालान भेजा जाएगा।

इस प्रणाली से न केवल सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है, बल्कि यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 21 करोड़ रुपये है, और इसे पांच साल तक निगरानी कंपनी द्वारा मेंटेन किया जाएगा।

एसवीडी सिस्टम के तहत, जब भी कोई वाहन तय गति सीमा से अधिक गति से चलता है, तो कैमरे उस वाहन की फोटो खींचेंगे और उसकी गति को रिकॉर्ड करेंगे। साथ ही, वाहन का पंजीकरण नंबर भी दर्ज होगा, और यह जानकारी सीधे कंट्रोल रूम में भेजी जाएगी। इसके बाद, वाहन मालिक के मोबाइल पर ई-चालान भेजा जाएगा।

यहां पर लगाए गए स्पीड वायलेशन डिवाइस के प्रमुख स्थानों में रेडिसन, खजराना, बंगाली, मूसाखेड़ी, एमआर 10, लवकुश चौराहा, सुपर कॉरिडोर, उज्जैन रोड, राजीव चौराहा, चंदन नगर, पिपलिहाना और बायपास आदि शामिल हैं।

Soniya upadhyay
Author: Soniya upadhyay

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