मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के अन्नपूर्णा क्षेत्र में रविवार को एक बड़ी तस्करी की घटना सामने आई। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक गाड़ी से गौमांस की तस्करी का पर्दाफाश किया, जो “मध्य प्रदेश शासन” के लेबल के साथ थी। यह गाड़ी महू से इंदौर लाया जा रहा था, और कार्यकर्ताओं ने तस्करी की जानकारी मिलने पर त्वरित कार्रवाई की।
घटना का विवरण
कार्यकर्ताओं को सूचना मिली थी कि महू से दो गाड़ियों में कुल चार क्विंटल गौमांस इंदौर लाया जा रहा है। जब कार्यकर्ताओं को यह जानकारी मिली, तो उन्होंने एक गाड़ी को महू में पकड़ लिया और उसमें सवार दो युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद दूसरी गाड़ी का पीछा करते हुए, वह अन्नपूर्णा क्षेत्र के रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंची।जब कार्यकर्ताओं ने गाड़ी को रुकने का इशारा किया, तो ड्राइवर ने गाड़ी को रोकने के बजाय तेज़ी से भागने की कोशिश की। कार्यकर्ताओं ने गाड़ी का पीछा किया और अंततः गाड़ी पर पथराव किया। इसके बाद, ड्राइवर ने गाड़ी को रोका। यह गाड़ी काले रंग की थी और इस पर “मध्य प्रदेश शासन” लिखा हुआ था, ताकि पुलिस जांच के दौरान गाड़ी को न रोका जाए। कार्यकर्ताओं ने ड्राइवर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
गिरफ्तारी और कार्रवाई
पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर लिया और ड्राइवर इमरान खटखट (महू का निवासी) सहित दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, इमरान खटखट और उसके साथी चंदन नगर क्षेत्र के निवासी हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ गौमांस तस्करी और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
बजरंग दल का आरोप
बजरंग दल के पदाधिकारी तन्नू शर्मा ने मीडिया से कहा कि उनके कार्यकर्ता लंबे समय से इस तरह की तस्करी पर नजर रखे हुए थे। उन्हें यह जानकारी मिली थी कि गौमांस की तस्करी महू से इंदौर हो रही है। जब वे तस्करी करने वालों के बारे में सूचित हुए, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। उनका कहना था कि यह तस्करी पुलिस की नजरों से बचने के लिए की जा रही थी, और गाड़ी पर “मध्य प्रदेश शासन” का लेबल लगाना तस्करों का एक तरीका था।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे तस्करी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए कड़ी कार्रवाई करेंगे।यह घटना एक बार फिर से यह स्पष्ट करती है कि गौमांस की तस्करी जैसे अवैध व्यापार को रोकने के लिए सतर्कता और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की तत्परता ने इस तस्करी का खुलासा किया, जिससे पुलिस को कार्रवाई करने का मौका मिला।