इंदौर के एक प्रतिष्ठित टाइल्स कारोबारी सुरेंद्र पोरवाल के परिवार ने एक महान उदाहरण प्रस्तुत किया, जब उन्होंने अपने ब्रेनडेड होने के बाद उनके अंग दान करने का निर्णय लिया। इस निर्णय से आठ लोगों की जिंदगी बदल गई। पोरवाल के परिवार ने उनके दोनों हाथ, किडनी, लिवर, लंग्स, आंखें और स्किन दान करने का साहसिक कदम उठाया, जो इंदौर में पहली बार हुआ।
सुरेंद्र पोरवाल के परिवार ने यह महत्वपूर्ण कदम अपनी रिश्तेदार विनीता खंजाची से प्रेरित होकर उठाया, जिन्होंने भी अपने ब्रेनडेड होने के बाद अंग दान किया था। डॉक्टरों के अनुसार, पोरवाल के शरीर से अंग निकालने और ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जिससे अंगों को समय रहते दूसरे अस्पताल तक पहुंचाया गया।
इस पहल से शहर में अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है, और यह एक प्रेरणा बनकर उभरी है कि अंगदान से किसी अन्य की जिंदगी बचाई जा सकती है।परिवार के इस फैसले की इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने सराहना की।