इंदौर के केंद्रीय जेल में एक अनूठा आयोजन देखने को मिला, जहाँ कैदियों के लिए महाकुंभ के अवसर पर विशेष व्यवस्था की गई। जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए बड़े-बड़े कुंड तैयार किए, जिनमें प्रयागराज के पवित्र संगम से लाए गए गंगा जल को विधिवत पूजा-अर्चना, मंत्रोच्चार और गुलाब की पंखुड़ियों के साथ सजाया गया।
इस आध्यात्मिक वातावरण में करीब 2400 से अधिक कैदियों ने भाग लिया और “हर-हर गंगे” के जयघोष के साथ पवित्र जल में स्नान किया। इस आयोजन का उद्देश्य कैदियों को सनातन संस्कृति से जोड़कर उनके मनोबल में सुधार लाना और उन्हें समाज की मुख्यधारा से पुनः स्थापित करना था।
जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि इस विशेष महाकुंभ स्नान के आयोजन में सामाजिक संगठनों और परिचितों की मदद से पवित्र जल का प्रबंध किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य बंदियों को सुधारने और उन्हें सकारात्मक जीवन की ओर प्रेरित करने का है। कई कैदियों ने उपवास रखकर इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया और भविष्य में समाज सेवा में अपना योगदान देने का संकल्प लिया।
यह अनूठा अनुभव न केवल कैदियों के लिए आत्मिक पुनर्जागरण का स्रोत बना, बल्कि जेल परिसर में एक सकारात्मक और धार्मिक वातावरण की स्थापना में भी सहायक सिद्ध हुआ।
