इंदौरवासियों को इन दिनों भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है। वजह है – शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा एक साथ तीन प्रमुख हाईवे पर निर्माण कार्य शुरू किया जाना। इंदौर-देवास, इंदौर-इच्छापुर और इंदौर-हरदा मार्गों पर चल रहे निर्माण के चलते ट्रैफिक का दबाव बेहिसाब बढ़ गया है। इन मार्गों पर जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे ट्रांसपोर्टर्स और आम नागरिकों को घंटों फंसे रहना पड़ रहा है।
इंदौर-देवास बायपास पर तो हालात और भी गंभीर हैं। छह लेन बनाए जाने के बावजूद पुलों की कमी के चलते अर्जुन बड़ौद गांव जैसे क्षेत्रों में रोजाना जाम लग रहा है। सर्विस रोड संकरी होने से वाहन चालकों की परेशानी और बढ़ जाती है। सावन महीने में कावड़ यात्रियों की आमद को देखते हुए हालात और बिगड़ सकते हैं, क्योंकि भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजना पड़ेगा।
इधर इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर ट्रैफिक को चोरल और भैरवघाट होते हुए खंडवा की ओर डायवर्ट किया गया है, जहां पहले से ही जाम की समस्या बनी हुई है। इंदौर-हरदा मार्ग पर भी निर्माण कार्य जारी है, जिससे क्षेत्रीय यातायात लगातार बाधित हो रहा है।
इंदौर-उज्जैन स्टेट हाईवे के चौड़ीकरण के चलते भी बायपास पर दबाव बढ़ गया है, क्योंकि अधिकांश वाहन उज्जैन जाने के लिए अब देवास होकर निकल रहे हैं।
इंदौर में एकसाथ तीन हाईवे पर चल रहे निर्माण कार्यों ने शहर की यातायात व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया है। अफसरों के पास समाधान के रूप में सिर्फ ट्रैफिक डायवर्जन है, जिससे जनता को और अधिक समय, ईंधन और धैर्य खर्च करना पड़ रहा है। आने वाले सावन और बरसात के मौसम में यह संकट और गहराने की आशंका है। ऐसे में यातायात प्रबंधन और निर्माण कार्यों में तालमेल की सख्त ज़रूरत है।
