अवैध बालू रेत उत्खनन मामले में नायब तहसीलदार की बड़ी कार्रवाई- जेसीबी और 6 ट्रैक्टर जब्त किए

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मनावर : (शाहनवाज शेख) पिछले कई महीनो से मनावर और धरमपुरी विधानसभा क्षेत्र के नर्मदा नदी के तटीय इलाकों में अवैध रेत उत्खनन का मामला लगातार चर्चाओं का विषय बना हुआ था। ग्रामीणों ने उपरोक्त मामलों को लेकर जिला मुख्यालय भी शिकायत दर्ज कराई थी, लगातार शिकायत मिलने पर क्षेत्र के नायब तहसीलदार राजेश भिड़े द्वारा इस कार्रवाई को अंजाम दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को मनावर तहसील क्षेत्र के ग्राम कोठड़ा में नर्मदा नदी से बालू रेत (बजरी) के उत्खनन के मामले में कार्यवाही की। नायब तहसीलदार ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा शिकायतें मिल रही थी इस आधार पर कार्यवाही की, उन्होंने कहा अवैध कारोबारी नहीं माने तो लगातार कार्रवाई चलेगी।


ग्राम कोठड़ा में अवैध उत्खनन कर रहें करीब 6 टैक्टर ट्रालियों के साथ एक जेसीबी मशीन को जप्त कर धरमपुरी पुलिस थाना पर लाया गया। आज नायब तहसीलदार की इस कार्रवाई से क्षेत्र के अवैध रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया है। बता दें कि अवैध उत्खनन कर रहें टैक्टर ट्राली और जेसीबी मशीन को पकड़कर खनिज अधिनियम के तहत कारवाई की गई रही है। फिलहाल सभी टैक्टर ट्राली और एक जेसीबी मशीन को धरमपुरी थाने पर खड़ा कर पुलिस के सुपुर्द किया गया है।


बड़दा, रतवा, एकलबारा में भी अवैध उत्खनन का बड़ा खेल

आपको बता दे कि जिले के मनावर तहसील अंतर्गत बड़दा, रतवा, एकलबारा में भी अवैध बालू रेत का उत्खनन बड़े पैमाने पर लगातार जारी है। यहां नर्मदा नदी से दिन ओर रात के अंधेरे में रेत माफिया अवैध बालू रेत का खनन कर टैक्टर ट्रालियों के माध्यम से परिवहन कर रहें हैं। हालांकि इस अवैध खनन की पूर्ण रूप से जानकारी खनिज विभाग को भी है लेकिन खनिज अधिकारियों के द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती। कुछ दिन पूर्व भी खनिज अधिकारी संदेश पिपलोदा द्वारा एक स्थान पर कार्रवाई कर विभिन्न स्थानों पर रखी बालू रेत (बजरी) को छोड़ दिया गया। जबकि नायब तहसीलदार में पूर्व में भी पंचनामा बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन खनिज विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।


खनिज विभाग की लापरवाही से माफिया के हौसले बुलंद

जो कार्रवाई खनिज विभाग को करनी चाहिए उसे नायब तहसीलदार द्वारा की जा रही है। ऐसे क्षेत्र में लगातार यह सवाल उठने लगे हैं कि खनिज विभाग को शिकायत मिलने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की गई? खनिज विभाग की लापरवाही के कारण रेत माफियाओ के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। आए दिन वह नर्मदा नदी पर लगे प्रतिबंध के बाद भी जेसीबी की मदद से प्रतिदिन कई दर्जन ट्रैक्टर ट्राली भरकर रेत का उत्खनन कर रहे हैं।

बजरी माफिया को राजनीतिक संरक्षण

बताया गया कि बजरी के अवैध व्यापार में पंचायत सरपंच और जिम्मेदारों के मिले होने के भी समाचार प्राप्त हुए हैं। जानकारी यह भी प्राप्त हुई है कि बिना राजनीतिक और अधिकारियों के संरक्षण क यह खेल नहीं खेला जा सकता है। इस अवैध रेत उत्खनन के मामले में भी आशंका जताई जा रही है कि राजनेताओं और अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त माफिया बेखौफ होकर उत्खनन के कार्य में लिप्त है। अगर ऐसा है तो सबसे पहले उन अधिकारी और नेताओं पर कार्रवाई की जाना चाहिए जिनकी संरक्षण में यह अवैध व्यापार के खेल को बढ़ावा मिल रहा है।

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Author: SinghamTimes

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