कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने सदस्यों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव लाने जा रहा है। अब जल्द ही कर्मचारी अपने पीएफ अकाउंट से यूपीआई (UPI) के जरिए आसानी से पैसा निकाल सकेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सुविधा अगले 2-3 महीनों में शुरू हो सकती है, जिसके लिए EPFO और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के बीच बातचीत अंतिम चरण में है।
UPI से जुड़ने पर क्या होंगे फायदे?
तुरंत फंड ट्रांसफर: एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद कर्मचारी अपने डिजिटल वॉलेट से सीधे पीएफ अमाउंट प्राप्त कर सकेंगे।
तेजी से क्लेम प्रोसेसिंग: UPI से जुड़े सिस्टम के कारण प्रोसेसिंग का समय घटकर कुछ ही मिनटों में सिमट जाएगा।
कागजी कार्रवाई खत्म: अब लंबी कागजी प्रक्रियाओं से छुटकारा मिलेगा, जिससे क्लेम करना होगा बेहद सरल।
पारदर्शिता में इजाफा: यूपीआई के जुड़ाव से फंड ट्रांसफर ज्यादा सुरक्षित और ट्रैक करने योग्य होगा।
अब तक कितना हुआ क्लेम सेटलमेंट?
EPFO ने वित्त वर्ष 2025 में अब तक 50 मिलियन से ज्यादा क्लेम निपटाए हैं, जिसमें 2.05 लाख करोड़ रुपये से अधिक का फंड जारी किया गया। यह EPFO के इतिहास में सबसे बड़ा सेटलमेंट है। वहीं, ऑटो क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया में भी जबरदस्त तेजी आई है:
FY 2024 में: 8.95 मिलियन क्लेम तीन दिनों के भीतर सेटल हुए।
FY 2025 में: यह आंकड़ा बढ़कर 18.7 मिलियन तक पहुंच गया।
ATM से PF निकासी पर भी काम जारी!
EPFO केवल UPI तक ही सीमित नहीं है। संगठन ATM कार्ड से भी पीएफ निकासी की योजना पर काम कर रहा है, जिसे नए वित्तीय वर्ष से लागू किया जा सकता है। इससे कर्मचारियों को बैंक जाने की जरूरत नहीं होगी और वे किसी भी ATM से पीएफ अमाउंट निकाल सकेंगे।
सरकार का लक्ष्य: वित्तीय लेनदेन को पूरी तरह डिजिटल बनाना
श्रम मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और कमर्शियल बैंकों के सहयोग से EPFO अपने डिजिटल सिस्टम को अपग्रेड कर रहा है। इसका मकसद है – ✅ क्लेम प्रोसेस में तेजी
✅ कागजी कामों में कटौती
✅ सिस्टम में पारदर्शिता
✅ सदस्यों के लिए यूजर फ्रेंडली अनुभव
